घर पर दही जमाने की विधि/ तरीका Best curd
नमस्कार दोस्तों आज हम सभी दही बनाने की विभिन्न विधियों और तरीकों बारे में सीखेंगे हम लोग दही बाज़ार से खरीदते है क्योंकि वो स्वाद वर्धक है और पौष्टिक भी। घर पर दही जमाने की विधि को अगर आप अपनाते है, तो आपको दही शुध और सेहत वाला मिलेगा साथ ही पैसे भी बचेंगे। घर के दही का स्वाद में भी बहुत फ़र्क लगेगा। घर का दही हर तरह से अच्छा है।सबसे पहले सामग्री में 1 लीटर दूध।
और 1 छोटा चम्मच दही लगेगा
और 1 छोटा चम्मच दही लगेगा
दोस्तों सबसे पहले हम दूध को पहले उबालेंगे और
अब उसे ठंडा होने दे।
जब दूध हल्का गरम हो, आप उसमें अपनी उंगली डालकर भी देख सकते है, अगर सहनिए है तो दही जमाने के लिए तैयार है।
Hot Tip:- आप पूरे साल दूध को थोड़ा गरम रखे, पर मई महीने के अंत से ले कर जुलाइ तक आप दूध बहुत हल्का गरम ही रखे जिससे दही अच्छी जमे वरना आपकी दही में बहुत पानी रहेगा।
एक डोंगा ले उसमें 1/2 छोटी चम्मच दही डालें (दही का जामन) और फिर उसमें दूध डालें जिससे दही और दूध मिल जाए।
अब उसे दूसरे बर्तन में 2 से 3 बार उछाले।
आपको फेन दिखेगा
अब डोंगे को ढक्कन से ढक दे और एक तरफ रखे।
अब डोंगे को हिलाए नही।
Note:- अगर आपको थक्का दही चाहिए तो उसे हिलाए नही।
Hot Tip:- दही को जमाने के लिए एक निश्चित तापमान चाहिए होता है, गर्मियों में आप स्टील के बर्तन में दही जमा सकते है पर जाडो में आपको इसे जमाने के लिए काससेरोल चाहिए होगा या फिर जिस बर्तन में जमा रहे है उसे शॉल या स्वेटर से ढकना होगा ताकि दही जाम सके।
5 घंटे बाद जब आप डोंगे का ढक्कन हटाएगे तब आपको उसमें दही जमी हुई मिलेगी।
अब पहले दही को फ्रिज में कम से कम 2-3 घंटे रखे और ठंडा होने दे, फिर खाए।
आपका घर का सेहत से भरपूर व स्वादिष्ट दही तैयार है।
2. दूसरा तरीका
उबला हुआ दूध - 200- 300 मि. लीटर
हरी मिर्च - 2
लाल मिर्च - 2
नींबू - 1
जामन तैयार करने के लिये उबले हुये दूध को एक बरतन में ले लीजिये और गैस पर रख कर हल्का सा गरम कर लीजिये. (दूध को इतना ही गरम करें कि वो हाथ से आसानी से छुआ जा सके), दूध का तापमान 40 -46 डि.से. हो, दूध के हल्का गरम होने पर गैस को बंद कर दीजिये.
दही जमाने के लिये जामन हम नींबू से, हरी मिर्च से या लाल मिर्च से तैयार कर सकते हैं.
पहले तरीके से जामन जमाने के लिए 2 डंठल वाली हरी मिर्च लेकर 1 दूध की प्याली में डाल दीजिये और मिर्च को डंठल के साथ ही दूध में डुबो दीजिये (ध्यान रखें की मिर्च डंठल समेत दूध में डूबी हुई हो तभी जामन अच्छे से जमकर तैयार होगा).
जामन जमाने का दूसरा तरीका
दूसरे तरीके से जामन जमाने के लिए डंठल वाली सूखी लाल मिर्च ले लीजिए और दूसरे प्याले में डंठल वाली लाल मिर्च डाल कर अच्छे से डुबो दीजिये, इसमें भी डंठल का दूध में डूबा होना जरूरी है.
जामन जमाने का तीसरा तरीका
तीसरे तरीके से जामन जमाने के लिए एक नींबू लीजिए इसे काट कर इसका का रस प्याली में निकाल लीजिये. अब लगभग 2 चम्मच नींबू के रस को तीसरी दूध वाली प्याली में डाल दीजिये
इसके बाद तीनों तरह के जामन को ढक कर 10- 12 घंटे के लिये किसी गरम स्थान पर रख दीजिए.
12 घंटे बाद तीनों प्यालियों के ढक्कन हटा कर चैक कर लीजिये, तीनों तरीकों से जमाया गया जामन तैयार हो गया होगा. अब हम इनसे दही बना सकते है. हरी मिर्च , लाल मिर्च या नींबू से जमाये गये दही का स्वाद, इस जामन का स्वाद इतना अच्छा नहीं होता जितना इस जामन से जमाये हुये दही का होता है.
तैयार किये हुये जामन से दही जमाने के लिये पहले से उबले हुये 1 लीटर दूध को एक बरतन में लेकर गैस पर हल्का गरम होने रख दीजिये. दूध के हल्का गरम होते ही गैस को बंद कर दीजिये और दूध को 2 कैसरोल में आधा-आधा डाल दीजिये.
इसके बाद 1 कैसरोल में 2 चम्मच मिर्च से तैयार किया जामन डालिये और ढक्कन को बंद करके 6-7 घंटे के लिये रख दीजिये. इसी तरह दूसरे कैसरोल में 2 चम्मच नींबू से तैयार जामन डाल कर ढक्कन बंद कर दीजिये और 6-7 घंटे के लिये दही जमने के लिये रख दीजिये.
दही कैसरॉल की जगह सामान्य बरतन में भी जमाया जा सकता है लेकिन कैसरॉल दही जमने के लिये पर्याप्त गरमी बनाये रखता है इसलिये कैसरोल में दही आसानी से और जल्दी जमकर तैयार हो जाता है.
1 लीटर दूध।
1 छोटा चम्मच दही।
दूध को पहले उबाले।
अब उसे ठंडा होने दे।
जब दूध हल्का गरम हो, आप उसमें अपनी उंगली डालकर भी देख सकते है, अगर सहनिए है तो दही जमाने के लिए तैयार है।
Hot Tip:- आप पूरे साल दूध को थोड़ा गरम रखे, पर मई महीने के अंत से ले कर जुलाइ तक आप दूध बहुत हल्का गरम ही रखे जिससे दही अच्छी जमे वरना आपकी दही में बहुत पानी रहेगा।
एक डोंगा ले उसमें 1/2 छोटी चम्मच दही डालें (दही का जामन) और फिर उसमें दूध डालें जिससे दही और दूध मिल जाए।
अब उसे दूसरे बर्तन में 2 से 3 बार उछाले।
आपको फेन दिखेगा।
अब डोंगे को ढक्कन से ढक दे और एक तरफ रखे।
अब डोंगे को हिलाए नही।
अगर आपको थक्का दही चाहिए तो उसे हिलाए नही।
गर्मियों में आप स्टील के बर्तन में दही जमा सकते है पर जाडो में आपको इसे जमाने के लिए काससेरोल चाहिए होगा या फिर जिस बर्तन में जमा रहे है उसे शॉल या स्वेटर से ढकना होगा ताकि दही जाम सके।
5 घंटे बाद जब आप डोंगे का ढक्कन हटाएगे तब आपको उसमें दही जमी हुई मिलेगी।
अब पहले दही को फ्रिज में कम से कम 2-3 घंटे रखे और ठंडा होने दे, फिर खाए।
आपका घर का सेहत से भरपूर व स्वादिष्ट दही तैयार है।
मीठा दही
गर्मियों के मौसम में अक्सर लोग दूध, दही लस्सी आदि का सेवन ज्यादा करते हैं ताकि शरीर इन चीजों को खाकर ठंडक महसूस करें। इस मौसम में दही की डिमांड काफी बढ़ जाती है। बहुत सारे लोग तो घर पर दही जमाते हैं क्योंकि घर में जमा दही बाजारी के मुकाबले मीठा होता है लेकिन कई बार गृहिणियों को दही के खट्टे हो जाने की समस्या आती है। अगर आप भी ऐसी ही समस्या से परेशान हैं तो चलिए आपको बताते हैं कि घर पर मीठा दही कैसे जमाए।
सबसे पहले तो ध्यान रखें कि दही जमाने वाला दूध ताजा होना चाहिए, क्योंकि दूध जितना ताजा होगा दही भी उतनी देर तक मीठा और ताजा रहेगा। एक दिन पुराने दूध का जमा हुआ दहीं जल्द खट्टा हो जाता है।
दही को मीठा और ताजा बनाने के लिए चीनी-मिट्टी के बर्तन का ही उपयोग करें, चीनी मिट्टी के बर्तन की तासीर ठण्डी होती है, उसमें दही मीठी और अच्छे से जमती है। दही को उसी बर्तन में पड़ा रहने दें, जिससे दही खट्टी बिल्कुल नहीं होगी।
ज्यादा गर्म दूध को कभी भी जामन न लगाए, क्योंकि दही चाहे जितनी भी मीठी क्यों ना हो उसमें कुछ प्रतिशत खट्टास तो होती ही है, जब ज्यादा गर्म दूध दही के संपर्क में आता है तो उसमें खट्टे होने की संभावना बढ़ जाती है। गर्मियों में यह संभावना और भी ज्यादा बढ़ जाती है।
गर्मियों में तकरीबन 4 से 5 घंटे में दही जम जाती है इसलिए शाम 5 बजे के करीब दूध को जामन लगा कर रख दीजिए, ताकि रात 9-10 बजे के करीब दही पूरी तरह जम चुका हो और आप उसे फ्रिज में रख कर ही सोए। क्योंकि रात भर दहीं बाहर पड़ा रहने से भी खट्टा हो जाता है।
दही जमाने वाला बर्तन पूरी तरह से साफ होना चाहिए, दही में वैसे भी गुड बैक्टीरिया होता है, इसलिए ध्यान रखें कि हर बार दही खत्म करने के बाद बर्तन को अच्छी तरह से धोकर साफ करें। उसके बाद ही अगली बार दही जमाए। इन सब बातों का ध्यान रखें आपका दही कभी भी खट्टी नहीं जमेगी।
गाढ़ा दही
पुराने और खट्टे दही से दही जमाना – ये दही जमाने का परंपरागत तरीका है। इसके लिए कम से कम आधा किलो दूध उबालें और ठंडा होने दें। एक कटोरी में दो चम्मच पुराना खट्टा दही लें और फेंट लें। जब दूध गुनगुना रह जाए तो उसे लगातार चम्मच से हिलाते हुए उसमें फेंटा हुआ खट्टा दही मिलाएं। जब ये अच्छी तरह मिल जाए तो इसे ढंककर अंधेरी जगह पर रख दें। इसे रातभर के लिए या कम से कम 5-6 घंटे के लिए बिना छेड़े ढंके हुए रखे रहने दे। जब दही जम जाए तो उसे फ्रिज में रख दें और दो दिन इस्तेमाल करें। और हां, इसमें से आखिर में थोड़ा सा दही बचाना न भूलें, जिससे आप अगली बार दही जमा सके।
प्री-हीटेड माइक्रोवेव अवन में जमाएं दही – अगर आप चाहते हैं कि दही जल्दी जम जाए तो इसके लिए माइक्रावेव का इस्तेमाल करें। आधा किलो दूध उबालें और फिर उसे ठंडा होने दें। अब एक दूसरे बर्तन में (माइक्रोवेव का बर्तन हो तो बेहतर है) दो चम्मच फेंटे हुए दही को डालें और इसमें दूध मिला लें। फिर से ढंक लें। माइक्रोवेव को 180 डिग्री पर दो मिनट के लिए प्रीहीट करें फिर स्विच बंद कर दें। अब इसमें दूध का बर्तन रख दें। दही तीन या चार घंटे में जम जाएगा।
सबसे पहले तो ध्यान रखें कि दही जमाने वाला दूध ताजा होना चाहिए, क्योंकि दूध जितना ताजा होगा दही भी उतनी देर तक मीठा और ताजा रहेगा। एक दिन पुराने दूध का जमा हुआ दहीं जल्द खट्टा हो जाता है।
दही को मीठा और ताजा बनाने के लिए चीनी-मिट्टी के बर्तन का ही उपयोग करें, चीनी मिट्टी के बर्तन की तासीर ठण्डी होती है, उसमें दही मीठी और अच्छे से जमती है। दही को उसी बर्तन में पड़ा रहने दें, जिससे दही खट्टी बिल्कुल नहीं होगी।
ज्यादा गर्म दूध को कभी भी जामन न लगाए, क्योंकि दही चाहे जितनी भी मीठी क्यों ना हो उसमें कुछ प्रतिशत खट्टास तो होती ही है, जब ज्यादा गर्म दूध दही के संपर्क में आता है तो उसमें खट्टे होने की संभावना बढ़ जाती है। गर्मियों में यह संभावना और भी ज्यादा बढ़ जाती है।
गर्मियों में तकरीबन 4 से 5 घंटे में दही जम जाती है इसलिए शाम 5 बजे के करीब दूध को जामन लगा कर रख दीजिए, ताकि रात 9-10 बजे के करीब दही पूरी तरह जम चुका हो और आप उसे फ्रिज में रख कर ही सोए। क्योंकि रात भर दहीं बाहर पड़ा रहने से भी खट्टा हो जाता है।
दही जमाने वाला बर्तन पूरी तरह से साफ होना चाहिए, दही में वैसे भी गुड बैक्टीरिया होता है, इसलिए ध्यान रखें कि हर बार दही खत्म करने के बाद बर्तन को अच्छी तरह से धोकर साफ करें। उसके बाद ही अगली बार दही जमाए। इन सब बातों का ध्यान रखें आपका दही कभी भी खट्टी नहीं जमेगी।
गाढ़ा दही
पुराने और खट्टे दही से दही जमाना – ये दही जमाने का परंपरागत तरीका है। इसके लिए कम से कम आधा किलो दूध उबालें और ठंडा होने दें। एक कटोरी में दो चम्मच पुराना खट्टा दही लें और फेंट लें। जब दूध गुनगुना रह जाए तो उसे लगातार चम्मच से हिलाते हुए उसमें फेंटा हुआ खट्टा दही मिलाएं। जब ये अच्छी तरह मिल जाए तो इसे ढंककर अंधेरी जगह पर रख दें। इसे रातभर के लिए या कम से कम 5-6 घंटे के लिए बिना छेड़े ढंके हुए रखे रहने दे। जब दही जम जाए तो उसे फ्रिज में रख दें और दो दिन इस्तेमाल करें। और हां, इसमें से आखिर में थोड़ा सा दही बचाना न भूलें, जिससे आप अगली बार दही जमा सके।
प्री-हीटेड माइक्रोवेव अवन में जमाएं दही – अगर आप चाहते हैं कि दही जल्दी जम जाए तो इसके लिए माइक्रावेव का इस्तेमाल करें। आधा किलो दूध उबालें और फिर उसे ठंडा होने दें। अब एक दूसरे बर्तन में (माइक्रोवेव का बर्तन हो तो बेहतर है) दो चम्मच फेंटे हुए दही को डालें और इसमें दूध मिला लें। फिर से ढंक लें। माइक्रोवेव को 180 डिग्री पर दो मिनट के लिए प्रीहीट करें फिर स्विच बंद कर दें। अब इसमें दूध का बर्तन रख दें। दही तीन या चार घंटे में जम जाएगा।